Sanjeev Kumar

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“आँधी की तरह उड़कर इक राह गुज़रती है, शरमाती हुई कोई क़दमों से उतरती है। इन रेशमी राहों में इक राह तो वो होगी, तुम तक जो पहुंचती है इस मोड़ से जाती है। इस मोड़ से जाते हैं।” Remembering Sanjeev Kumar, one of Hindi cinema’s most versatile actors, on his birth anniversary (09/07). What are Your favourite Sanjeev Kumar films?

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